IQNA की रिपोर्ट, एएफपी के हवाले से, सऊदी अरब के इस अधिकारी ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, हमने साल 2016 से हौषियों के साथ बातचीत के लिए एक चैनल खोला है और उस समय से यमन में शांति के लिए बात जारी रखी है।
उन्होंने कहा "हम हौषिस के साथ बात चीत का दरवाजा बंद नहीं किया है ।
सऊदी अरब और उसके कई सहयोगियों ने पांच साल से अधिक समय तक संयुक्त राज्य अमेरिका और कुछ अन्य पश्चिमी देशों के समर्थन से यमन पर व्यापक हमले किए हैं, बहुत से नागरिकों को मारने और घायल करने के अलावा इसके अधिक्तम बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है।
यमन, जो सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन आक्रमण से पहले ही सबसे गरीब अरब देश था, को गठबंधन के हमलों के परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में बीमारी और अकाल के प्रकोप सहित कई संकटों का सामना करना पड़ा है।
हालाँकि, सऊदी अरब ने यमन में अपने किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं किया इस कारण अंसारुल्लाह आंदोलन (हाउषीस) के साथ बातचीत कर रहा है।
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